grahan me pani pi sakte hai

क्या ग्रहण के दौरान पानी पी सकते हैं? धार्मिक मान्यता, वैज्ञानिक दृष्टिकोण क्या कहते हैं

हमारे देश में जब भी ग्रहण लगता है चाहे वो सूर्य ग्रहण हो या चन्द्र ग्रहण! बहुत से लोगो में मन में ये सवाल जरुर आता है कि क्या ग्रहण के दौरान पानी पी सकते हैं? grahan me pani pi sakte hai kya, ग्रहण में पानी पी सकते हैं क्या, क्या ग्रहण के दौरान पानी पी सकते हैं? ऐसे कई सवाल का जवाब लोग जानना चाहते हैं। इसका जवाब आसान है और इसी आर्टिकल में हमने बताया है कि क्या ग्रहण के समय पानी पीना सही है, ग्रहण में पानी पी सकते हैं या नहीं एवं इत्यादि। grahan me pani pi sakte hai ya nahi

ग्रहण चाहे सूर्य ग्रहण हो या या चंद्र ग्रहण हो हमेशा से ही धर्म और विज्ञान, दोनों दृष्टिकोणों से चर्चा का विषय रहा है। खासकर यह सवाल सबसे ज्यादा पूछा जाता है कि क्या ग्रहण के समय पानी पीना उचित है? आइए इस विषय को विस्तार से समझते हैं।

इस सवाल के समझे का दो पहलू है – धार्मिक मान्यता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से! लेकिन आपके सवाल का जवाब है – ग्रहण (चंद्र या सूर्य) के समय पानी पीना धार्मिक रूप से उचित नहीं माना जाता, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टि में इसकी कोई हानि नहीं है।

धार्मिक मान्यता

हिंदू परंपरा और शास्त्रों के अनुसार, ग्रहण को अशुभ माना जाता है, या यह एक अशुभ घटना है। मान्यता है कि ग्रहण (सूर्य या चंद्र) समय वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है और सूक्ष्म जीवाणुओं की संख्या अधिक हो जाती है और अशुद्धता रहती है। इसी कारण लोग ग्रहण के दौरान भोजन और पानी ग्रहण करने से परहेज़ करते हैं।

  • ग्रहण के समय उपवास रखने की परंपरा है।
  • ग्रहण और सूतक काल में पानी और भोजन ग्रहण करना वर्जित माना गया है, खासकर धार्मिक दृष्टि से।
  • अगर पानी रखना ज़रूरी हो, तो उसमें तुलसी पत्ता डालकर शुद्ध किया जाता है। क्योकि तुलसी को पवित्र मानी जाती है और यह नकारात्मक प्रभावों को कम करती है।

वैज्ञानिक दृष्टिकोण

विज्ञान की नज़र से देखें तो ग्रहण के समय पानी पीने से कोई प्रत्यक्ष नुकसान सिद्ध नहीं हुआ है। यह केवल एक खगोलीय घटना है, जिसका शरीर पर सीधे तौर पर बुरा असर नहीं पड़ता।

  • पानी और पौधों के खराब होने या दूषित होने का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है; यह केवल अंधविश्वास है।
  • स्वास्थ्य के हिसाब से ग्रहण के समय पानी पीने में कोई वैज्ञानिक हानि नहीं है, खासकर जरूरी हो तो।

हालांकि, परंपरा और स्वच्छता के चलते लोग इस समय खाने-पीने से बचते हैं। जिससे लोग और भारतीय पंडित लोगो ग्रहण के समय परहेज करने की सलाह देते हैं.

ग्रहण के समय किन्हें पानी पीना चाहिए?

हालाँकि एक सवाल है भी है किन्हें ग्रहण के समय पानी पीना चाहिए? जैसे –

  • गर्भवती महिलाएँ: स्वास्थ्य को उचित बनाये रखने के लिए ग्रहण में भी पानी पी सकती हैं। धर्म के अनुसार उन्हें तुलसी पता जरुर डालनी चाहिए.
  • बीमार व्यक्ति: यदि कोई बीमार है तो या जिन्हें दवा लेनी हो, वे पानी अवश्य लें सकते हैं, इसपर कोई पाबंदी नही हैं।
  • बुजुर्ग और बच्चे: बूढ़े लोग और बच्चे लोग को लंबे समय तक प्यासे रहना इनके लिए हानिकारक हो सकता है।

बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती महिला और बीमार व्यक्ति ग्रहण या सूतक काल में पानी पी सकते हैं। आम तौर पर तुलसी डालकर पानी पीना धार्मिक दृष्टि से सुरक्षित माना जाता है।

निष्कर्ष

ग्रहण के दौरान पानी पीना या न पीना पूरी तरह से आपकी मान्यता और स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। अगर आप धार्मिक मान्यताओं का पालन करते हैं तो ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान करके ही भोजन और पानी ग्रहण करें। यदि आप वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सोचते हैं, तो ग्रहण के समय पानी पीना हानिकारक नहीं है, आप कुछ भी खा -पी सकते हैं। इस तरह ग्रहण के समय पानी पीना “ज़रूरी या नुकसानदायक” नहीं है, बल्कि यह एक आस्था और परंपरा का विषय है।

FAQ

  1. प्रश्न 1: क्या ग्रहण के दौरान पानी पीना मना है?

    हाँ, धार्मिक मान्यता के अनुसार आप ग्रहण के समय पानी पीना मना है। लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से आप पानी पी सकते इसमें कोई नुकसान नहीं है।

  2. प्रश्न 2: क्या गर्भवती महिलाएँ ग्रहण के समय पानी पी सकती हैं?

    हाँ, गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य को देखते हुए ग्रहण में पानी पीना चाहिए। उन्हें परंपरागत मान्यताओं का पालन करने के साथ पानी में तुलसी पता रख लेना चाहिए।

  3. प्रश्न 3: ग्रहण के दौरान रखा हुआ पानी कैसे सुरक्षित करें?

    ग्रहण के समय रखा गया पानी पवित्र और सुरक्षित रखने के लिए उसमें तुलसी का पत्ता डालकर सुरक्षित करे. क्योकि तुलसी के पत्ते को पवित्र माना गया हैं।

  4. प्रश्न 4: क्या ग्रहण के तुरंत बाद पानी पी सकते हैं?

    हाँ, ग्रहण समाप्त होने के बाद आप स्नान और शुद्धिकरण के बाद पानी और भोजन पि सकते है।

  5. प्रश्न 5: बच्चों और बुजुर्गों के लिए क्या नियम है?

    बच्चे और बुजुर्ग लंबे समय तक बिना पानी पिए नही रह सकते हैं। इसलिए उनके लिए ग्रहण के समय पानी पीना स्वास्थ्य की दृष्टि से जरूरी हो सकता है। परम्परा के अनुसार पानी के मग में तुलसी पत्ते दें ।

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